पाकिस्तान से भारत का तनाव भले ही कम हो गया हो, लेकिन भारत में अशांति फैलाने के एजेंडे पर पाक की खुफिया एजेंसी ISI अभी भी काम कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, ISI ने युद्धविराम की घोषणा के बाद खालिस्तान समर्थकों को उकसाना शुरू कर दिया है, जिससे कि भारत में कोई बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जा सके।
ISI कनाडा में खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू और दूसरे खालिस्तानी आतंकियों की मदद ले रहा है।
इनके जरिए पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में खालिस्तानी आतंकियों के नेटवर्क को फिर से एक्टिव करने का काम शुरू कर दिया है।
खालिस्तानी आतंकियों की साजिश भारत में पुलिस थानों, सेना व सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की है। साजिश को अंजाम देने के लिए बीते कुछ दिनों में एक नया पैटर्न देखने को मिला है।
फरार खालिस्तानी आतंकी अब फिर से भारत आने लगे हैं, ताकि यहां किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जा सके। खुफिया एजेंसियों ने इसको लेकर देश की सभी सुरक्षा जांच एजेंसियों को आगाह किया है।
इसके बाद से NIA, पंजाब-दिल्ली-चंडीगढ़ पुलिस व अन्य राज्यों की पुलिस अलर्ट मोड पर हैं। कुछ राज्यों पर कार्रवाई भी की गई है।
पाकिस्तान से चल रहा खालिस्तान समर्थित सोशल मीडिया पेज
खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान से ऑपरेट किए जा रहे खालिस्तान समर्थित सोशल मीडिया अकाउंट को इंटरसेप्ट किया है। ये सभी बॉट संचालित अकाउंट हैं और इनमें खुद को भारतीय दर्शाया गया है।
ये सोशल मीडिया अकाउंट किसी न किसी सिख व्यक्ति की पहचान या नकली नाम से बनाए गए हैं। खालिस्तान समर्थकों को भड़काने वाले 100 वीडियो केंद्र ने ब्लॉक किए हैं। आतंकी पन्नू के 50 से अधिक बॉट सोशल मीडिया अकाउंट भी बंद हुए हैं।
10 मई को हुआ था भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर
भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई शाम सीजफायर हुआ था। हालांकि, पाकिस्तान ने लगातार दो और सीजफायर का उल्लंघन किया था। 12 मई को दोनों देशों के DGMO के बीच दोबारा चर्चा हुई थी। जिसमें बॉर्डर से सैनिक कम करने और एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई गई थी।